पुल मरम्मत के नाम पर रोका गया शव वाहन,गुजार दी बीजेपी विधायक की गाड़ी,अब हटाए गए यमुना पुल पर तैनात अफसर….।।

पुल मरम्मत के नाम पर रोका गया शव वाहन,गुजार दी बीजेपी विधायक की गाड़ी,अब हटाए गए यमुना पुल पर तैनात अफसर –
हमीरपुर में बंद यमुना पुल से विधायक की गाड़ी गुजरने पर एक्शन,पेट्रोलिंग अफसर पर गिरी गाज…।।
हमीरपुर: कानपुर-सागर नेशनल हाईवे (NH-34) पर बने यमुना पुल को इन दिनों हफ्ते में दो दिन शनिवार व रविवार को मरम्मत कार्य के चलते वाहनों के आवागमन पर रोक लगाकर इसे बंद किया जाता है. लेकिन यह व्यवस्था सिर्फ आम लोगों के लिए है वीआईपी लोगों के लिए कोई रोक टोक नहीं है. शनिवार को ऐसा ही कुछ देखने को मिला जिसको लेकर प्रदेश के साथ साथ देशभर में यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है. जिसके चलते प्रशासन की जमकर किरकिरी हुई….जिसके बाद अब जिलाधिकारी ने मामले पर एक्शन लेते हुए कई अधिकारियों पर कार्रवाई की है…।।
दरअसल शनिवार सुबह को भाजपा के सदर विधायक मनोज प्रजापति की गाड़ी को बंद पुल से गुजरने दे दिया गया लेकिन एंबुलेंस में मां का शव लेकर जा रहे बेटे को नियमों का हवाला देकर पुल पार करने नहीं दिया गया. जिसके चलते बेटे को स्ट्रैचर में शव को रखकर पैदल एक किलोमीटर से अधिक पुल पार करना पड़ा. यह नजारा जिसने भी देखा उसकी आंखे भर आई लेकिन मौके पर तैनात जिम्मेदारों को कोई फर्क नहीं पड़ा. मामले में सियासत भी जमकर हुई विपक्षी पार्टियों ने इसको मुद्दा बनाकर जमकर सरकार पर निशाना साधा…।।
वहीं शनिवार को दिनभर यह खबर सुर्खियों में रहने के बाद रविवार को प्रशासन की नींद खुली. जिला प्रशासन ने सहायक रूट पेट्रोलिंग अधिकारी को हटाने के साथ साथ मुख्य पेट्रोलिंग अफसर संतोष चौधरी को लखनऊ सम्बद्ध कर दिया है. इसके साथ ही PNC परियोजना प्रबंधक एमपी वर्मा को भी फटकार लगाई गई है. साथ ही डीएम घनश्याम मीणा की ओर से साफ किया गया कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी….।।
बता दें कि यमुना पुल मरम्मत कार्य के चलते जुलाई तक हर हफ्ते दो दिन बंद रहेगा. एनएचआई ने ये आदेश जारी किया है कि अगले कई हफ्तों तक सप्ताह में दो-दो दिन पुल रखा जाएगा. अब ये पुल 5–6 जुलाई, 12–13 जुलाई और 19–20 जुलाई को बंद रहेगा…।।
वहीं इस पूरे मामले में सदर विधायक मनोज प्रजापति ने अपना पक्ष मीडिया से साझा करते हुए बताया कि… उनके भाई की तबीयत खराब थी जिसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा था… शनिवार की सुबह उसकी हालत बिगडऩे पर डाक्टरों ने कानपुर रेफर किया… जिसके बाद बीमार भाई को उनकी गाडी से उनके परिजन कानपुर लेकर जा रहे थे… उनकी गाडी पुल के पास करीब 6 बजे के आसपास पहुंची थी तब पुल पर आवागमन पूरी तरह से बंद नही किया गया था…इसीलिए उनकी गाडी पुल कर गई…रही बात शव वाहन की तो वह दोपहर को आया है जब पुल पर कार्य पूरी तरह चालू था…इसीलिए आवागमन बंद किया गया था…दोनों ही वीडियो अलग अलग समय के हैं…जिन्हें एक साथ जोडकर दिखाया गया है…।।
हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले बीते 21 जून को भी मरम्मत कार्य के चलते यमुना पुल बंद किया गया था…तब भी प्रमुख सचिव का काफिला बंद पुल से गुजरा था…जिसका भी वीडियो इंटरनेट में खूब वायरल हुआ था…तब भी यह खूब चर्चा का विषय बना था….लोगों का कहना है की सारे नियम कायदे सिर्फ आम लोगों के लिए ही बनाए गए हैं क्या जबकि वीवीआईपी समय समय पर पुल पार करते नजर आते हैं…लोगों ने यह भी कहा है कि पुल बंदी के दौरान इमरजेंसी लोगों के लिए प्रसाशन को कोई वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए जिससे आम लोगों को पुल पार करने में सहूलियत मिल सके….क्योंकि जिला अस्पताल से अक्सर मरीजों को कानपुर और लखनऊ के लिए रेफर किया जाता है ऐसे में आम आदमी को इसी रास्ते से लखनऊ और कानपुर की ओर जाना पडता है….यही रूट मरीजों को समय से लखनऊ कानपुर पहुंचाता है…बाकी प्रसाशन ने जो रूट डायवर्जन किया है उससे कानपुर लखनऊ पहुंचने में समय लगता है…इसलिए प्रसाशन को इसका ध्यान देना चाहिए….।।