जैन मंदिरों में अष्टानिका महापर्व पर सिद्धचक्र महामंडल विधान में हुई सिद्ध भगवान की आराधना

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लोकसत्ता भारत
चेतन जैन /अभिनंदन जैन
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भव्य धार्मिक आयोजन में इंद्र-इंद्राणियों ने चढ़ाए 1024 हरे नारियल, पालकी यात्रा 11 जुलाई को
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इटावा। नगर के प्रमुख दिगंबर जैन मंदिरों — कटरा व करनपुरा में अष्टानिका महापर्व के उपलक्ष्य में सिद्धचक्र महामंडल विधान भक्ति भाव एवं श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ। पूरे दिन धार्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में श्रद्धालुओं की भारी भागीदारी रही।
सुबह भगवान श्रीजी का अभिषेक कमल, मनोज, सुनील, रीतेश, नीतेश, निशांक, राजीव, जिनेश प्रकाश, ऋषि, रविंद्र, धर्मेंद्र, महावीर प्रसाद, अनिल एवं अनुत जैन परिवारों को सौभाग्य स्वरूप प्राप्त हुआ। केसर जल से शांतिधारा का पुण्य कार्य धर्मेंद्र, अमन एवं रमन जैन परिवार द्वारा किया गया। तत्पश्चात आरती का सौभाग्य रविंद्र, शैलेन्द्र एवं सुनील जैन परिवार को प्राप्त हुआ।
करनपुरा मंदिर में प्रतिष्ठाचार्य पं. मनीष जैन शास्त्री की टीम द्वारा विधान विधिवत रूप से पूर्ण कराया गया। सायंकाल की आरती का सौभाग्य जयकुमार एवं जिनेश प्रकाश जैन को प्राप्त हुआ।
मंदिर समिति के अध्यक्ष अनिल जैन एवं कोषाध्यक्ष मनोज जैन ने बताया कि विधान के दौरान मधुर भजनों एवं नृत्य की भक्ति रसधारा के बीच मंडल पर 1024 हरे नारियल इंद्रों व इंद्राणियों द्वारा चढ़ाए गए।
कटरा स्थित जैन मंदिर में वाणी भूषण पं. संजय शास्त्री एवं उनकी टीम द्वारा मंत्रोच्चार और शांतिधारा विधि को संपन्न कराया गया। मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रदीप जैन (चकरनगर), विकास जैन व सुदर्शन जैन ने बताया कि 11 जुलाई, शुक्रवार को हवनकुंड में आहुतियों के साथ विधान का समापन किया जाएगा। इसके पश्चात मंदिर से एक भव्य पालकी यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए पुनः मंदिर में पहुंचेगी, जहां समापन समारोह आयोजित किया जाएगा।
*गुरु पूर्णिमा पर अतिथियों का हुआ स्वागत एवं सम्मान*
गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष अजय धाकरे एवं पूर्व जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र जैन ‘हैप्पी’ विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर अजय धाकरे ने पं. संजय शास्त्री को तिलक लगाकर प्रतीक चिन्ह भेंट किया, वहीं हैप्पी जैन ने पं. मनीष जैन को तिलक कर सम्मानित किया। मंदिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा दोनों अतिथियों का तिलक व स्मृति चिन्ह प्रदान कर अभिनंदन किया गया।