करौली शंकर महादेव धाम में प्रकृति को समर्पित त्रिदिवसीय गुरु पूर्णिमा महोत्सव का शुभारंभ

देश-विदेश से आए शिष्यों ने लिया प्रकृति संरक्षण का संकल्प
पूर्ण गुरु श्री करौली शंकर महादेव जी ने दिलाया प्रकृति सेवा का संकल्प
सनातन धर्म का अनुसरण करने वाले के लिए गुरु पूर्णिमा किसी महापर्व से कम नहीं है। इसी महापर्व के अवसर पर विश्व विख्यात पूर्ण गुरु करौली शंकर महादेव गुरुजी के पवित्र पिपरगवां स्थित करौली शंकर महादेव धाम ‘लवकुश’ आश्रम में त्रिदिवसीय 10, 11 व 12 जुलाई को गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन के प्रथम दिवस गुरूजी ने दीक्षा प्राप्त भक्तों के लिए हवन किया जिसमें सर्वप्रथम पांच महाभूत शुद्धि का अनुष्ठान किया गया। बता दे की इस बार की गुरु पूर्णिमा महोत्सव प्रकृति को समर्पित है। देश विदेश से आए शिष्यों के साथ प्रकृति को संरक्षित व संवर्धन करने का संकल्प पूर्ण गुरु करौली शंकर महादेव गुरु जी के द्वारा लिया गया। आश्रम में पहुंचे भक्तों ने प्रकृति को संरक्षित करने के लिए अपने द्वारा पांच-पांच पौधे लगाने का संकल्प लिया।
बता दें कि पिछले एक सप्ताह से गुरु दीक्षा प्राप्त भक्तगणो के आने का तांता लगा हुआ है। भारत ही नहीं विश्व में जहां जहां भी करौली शंकर महादेव गुरुजी के दीक्षा प्राप्त शिष्य हैं, वे अपने गुरु का पूजन कर आशिर्वाद लेने आश्रम में आए हैं।
कई देशों से भक्त पहले से ही परम पूज्य गुरुदेव के सम्मान हेतु करौली धाम में पहुंच चुके हैं। बता दे की तीन दिवसीय चलने वाला गुरु पूर्णिमा महोत्सव में आश्रम में कई कार्यक्रम रखे गए है जिसमें भजन संध्या, हवन अनुष्ठान, ध्यान और प्रवचन आदि के कार्यक्रम चलते रहते हैं। गुरुपूर्णिमा के अवसर पर तकरीबन हजारों भक्तों ने गुरु दर्शन किया। साथ ही कई प्रदेशों के भक्तो ने अपने अपने प्रदेशों की संस्कृति के हिसाब से अपने गुरु का पूजन किया। कई प्रदेशों के शंकर सेना अध्यक्ष भी कार्यक्रम में पहुंचे और गुरूजी का आशीर्वाद प्राप्त किया