जसवंतनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला में दुर्मुख वध कुम्भकर्ण वध
विश्वगुरु तथागत बुद्ध के विचारों से आलोकित हुआ इटावा का धम्म प्रवचन———–

लोकसत्ता भारत
चेतन जैन
जसवंतनगर (इटावा)।
दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया (भारतीय बौद्ध महासभा) की जिला शाखा इटावा के तत्वावधान में जैनपुर नगर में आयोजित वर्षावास कार्यक्रम का समापन रविवार को भव्य धम्म प्रवचन एवं व्याख्यान गोष्ठी के साथ हुआ। यह आयोजन केवल धार्मिक कार्यक्रम भर नहीं रहा, बल्कि सामाजिक जागरूकता और जनजागरण का प्रेरक संदेश लेकर आया।
कार्यक्रम का मुख्य विषय “विश्वगुरु तथागत भगवान बुद्ध” रहा। प्रवचन में भगवान बुद्ध के जीवन-दर्शन, करुणा, समानता और मानवीय मूल्यों की प्रासंगिकता पर विशेष जोर दिया गया। वक्ताओं ने समाज सुधार, पंचशील पालन के लाभ, भारतीय संविधान के अधिकारों, शैक्षिक, आर्थिक और सामाजिक उत्थान जैसे विषयों पर विचार रखे।
नशा उन्मूलन, अंधविश्वास और कुरीतियों से मुक्ति, नारी सशक्तिकरण तथा जीवन में अनुशासन और संस्कार जैसे मुद्दे भी गोष्ठी के केंद्र में रहे। पूज्य भिक्खु संघ, बौद्धाचार्य, BSI के केंद्रीय शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं विषय-विशेषज्ञों के प्रवचनों ने उपस्थित जनसमूह को गहराई तक प्रभावित किया।
इस अवसर पर पत्रकार सुशीलकान्त एवं आनंद प्रिय गौतम को विशेष सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम की सफलता में प्रदेश अध्यक्ष (शाखा बुंदेलखंड) सतीश कुमार निगम, जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार, प्रदेश कोषाध्यक्ष आर.एन. आज़ाद, डॉ. अमरसिंह, जिला महासचिव वरुण कुमार, रीता सिंह एवं ऊषा गौतम सहित अनेक कार्यकर्ताओं का योगदान उल्लेखनीय रहा।


गाँववासियों की सक्रिय भागीदारी और सहयोग से कार्यक्रम विशेष रूप से सफल रहा। अंत में पत्रकार सुशील कान्त, आनंदप्रिय गौतम, अर्जुन सिंह, हुकुम सिंह, भारत सिंह, भीम प्रकाश, अखिलेश कुमार, रमाकांत, प्रमोद कुमार, रिंकू सिंह, संजीव कुमार, धर्मवीर, शिमलेश, ममता, प्राची, नेहा कुमारी, बबली, सरिता व विनीता देवी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि भगवान बुद्ध के विचार केवल अध्यात्म तक सीमित नहीं हैं, बल्कि आधुनिक समाज के निर्माण में भी उतने ही आवश्यक और प्रासंगिक हैं। शिक्षा, समानता, भाईचारा और करुणा पर आधारित समाज ही वास्तविक “धम्म समाज” कहलाएगा।