आठ दिवसीय संस्कार शिक्षण शिविर के पांचवें दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम

 आठ दिवसीय संस्कार शिक्षण शिविर के पांचवें दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम

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लोक सत्ता भारत

चेतन जैन




तपिश भरी गर्मी में बच्चे लालायित है मंदिर में आने को

जसवंतनगर/इटावा
नगर के जैन बाजार स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे आठ दिवसीय जैन संस्कार शिक्षण शिविर के पांचवें दिन विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। शिविर में भाग ले रहे बच्चे धर्म, सदाचार और जीवनोपयोगी मूल्यों को विभिन्न रचनात्मक माध्यमों से आत्मसात कर रहे हैं।

शिविर के रात्रिकालीन सत्र में मंचित नाटक “व्यसनों का राजा” ने उपस्थितजनों को गहरा संदेश दिया। नाटक में गुटखा, तंबाकू, सिगरेट, शराब, और अन्य नशे के दुष्प्रभावों को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया। मंचन के माध्यम से बताया गया कि कैसे ये व्यसन मानव जीवन को धीरे-धीरे गर्त में ले जाते हैं। कार्यक्रम की संयोजिका टिया जैन ने बताया कि इस प्रकार के नाटकों के ज़रिए समाज में व्याप्त बुराइयों के प्रति जागरूकता लाई जा सकती है और बच्चों को सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी जा सकती है।

इसके अतिरिक्त मंच पर “लाडो” नामक एक भावनात्मक नाटक भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें यह दर्शाया गया कि किस प्रकार कुछ बच्चे बड़े होते-होते अपनी माँ के त्याग और स्नेह को भुला बैठते हैं। नाटक ने यह भावुक संदेश दिया कि जिस माँ ने उन्हें लाड़-प्यार से पाला, वही बुजुर्ग मां उपेक्षा और तिरस्कार की पात्र बन जाती है।

शिविर प्रभारी निकेतन जैन ने बताया कि शिविर में बच्चे न केवल शिक्षण कक्षाओं में उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं, बल्कि सांस्कृतिक गतिविधियों में भी उनकी सक्रिय सहभागिता बनी हुई है। उन्होंने बताया कि भीषण गर्मी के बावजूद बच्चों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है और हर दिन शिविरार्थियों की संख्या में वृद्धि हो रही है

Chetan Jain

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