आचार्य विराग सागर महाराज का प्रथम समाधि दिवस श्रद्धा व सेवा भाव से मनाया गया

 आचार्य विराग सागर महाराज का प्रथम समाधि दिवस श्रद्धा व सेवा भाव से मनाया गया


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लोक सत्ता भारत

चेतन जैन

इटावा, 4 जुलाई:
गणाचार्य श्री 108 विराग सागर महाराज जी के प्रथम समाधि दिवस को इटावा जैन समाज ने बड़े श्रद्धा, भक्ति और सेवा भाव के साथ मनाया। इस अवसर पर विविध धार्मिक व सेवा कार्यों का आयोजन किया गया।

जैन समाज के प्रमुख समाजसेवियों संजय जैन (पेड़ा वाले), जितेन्द्र जैन, अनिल जैन, लल्ला जैन, मनोज जैन आदि ने बताया कि आचार्य श्री की समाधि 4 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के जालना ज़िले में हुई थी। वे अत्यंत कठोर आहारचर्या का पालन करते थे — दिन में केवल एक बार आहार ग्रहण करते और भीषण गर्मी या सर्दी में भी केवल गर्म जल ही पीते थे। इटावा जैन समाज को यह गौरव प्राप्त हुआ था कि आचार्य श्री ससंघ ने यहां चातुर्मास किया था।

समाधि दिवस पर बरहीपुरा स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर के युवाओं और युवतियों द्वारा अनाथ आश्रम, रेलवे स्टेशन, कालीवाहन मंदिर आदि स्थानों पर पहुँचकर जरूरतमंदों को फल, मिठाई, पेयजल व अन्य सामग्री वितरित की गई।

सांयकाल में मंदिर परिसर में आचार्य श्री की महाआरती एवं भक्ति आयोजन किया गया, जिसमें समाज के कई श्रद्धालु सम्मिलित हुए।

Chetan Jain

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