भीषण गर्मी में बिजली कटौती से जनता बेहाल, पावर हाउस कर्मियों की लापरवाही चरम पर…।।

 भीषण गर्मी में बिजली कटौती से जनता बेहाल, पावर हाउस कर्मियों की लापरवाही चरम पर…।।

भीषण गर्मी में बिजली कटौती से जनता बेहाल, पावर हाउस कर्मियों की लापरवाही चरम पर

सुमेरपुर हमीरपुर। इन दिनों कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की स्थिति अत्यंत दयनीय बनी हुई है। भीषण गर्मी में बिजली की बार-बार कटौती से आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। स्थिति इतनी बदतर हो चुकी है कि दिन हो या रात, बिजली का कोई निश्चित समय नहीं रह गया है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि पावर हाउस के किसी भी कर्मचारी से संपर्क करना उपभोक्ताओं के लिए लगभग असंभव हो गया है।

जब उपभोक्ता पावर हाउस, लाइनमैन, अवर अभियंता या अन्य अधिकारियों को फोन करते हैं तो या तो कॉल रिसीव नहीं की जाती या फिर फोन स्विच ऑफ कर दिया जाता है। जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी अपनी ड्यूटी से विमुख होकर आराम फरमाते हैं, जबकि जनता गर्मी और अंधेरे में बेहाल है। विभाग को सिर्फ रीडिंग लेना, बिल भेजना और कनेक्शन काटना आता है, लेकिन उपभोक्ताओं को नियमित व सुचारु बिजली आपूर्ति देना इसकी प्राथमिकता में कहीं नहीं दिखती। चौंकाने वाली बात यह है कि कस्बे और ग्रामीण इलाकों में आज भी जर्जर तारों और खंभों के सहारे बिजली आपूर्ति की जा रही है। करोड़ों रुपये खर्च किए जाने के बाद भी बिजली तंत्र में सुधार नहीं हो सका है। हल्की सी बारिश या तेज हवा चलते ही बिजली गुल हो जाती है और कई घंटों तक बहाल नहीं होती। उपभोक्ता सवाल कर रहे हैं कि जब हर महीने करोड़ों रुपये बिल के रूप में वसूले जाते हैं, तो फिर उन पैसों से लाईनों की मरम्मत और सुदृढ़ीकरण क्यों नहीं कराया जाता? आखिर यह धन जाता कहां है? विद्युत विभाग की इस लापरवाही ने जनता का जीना मुश्किल कर दिया है। अब जनता जवाब चाहती है — सिर्फ बिजली नहीं, जवाबदेही भी चाहिए।

BK Ojha

Related post