मिशन 100 के संस्थापक ने महाराष्ट्र में हुई साधुओं की नृशंस हत्या की घोर निंदा करते हुए जताया शोक

 मिशन 100 के संस्थापक ने महाराष्ट्र में हुई साधुओं की नृशंस हत्या की घोर निंदा करते हुए जताया शोक

मिशन 100 के संस्थापक ने महाराष्ट्र में हुई साधुओं की नृशंस हत्या की घोर निंदा करते हुए जताया शोक

मिशन 100 के संस्थापक मानवेंद्र आजाद ने पालघर महाराष्ट्र में सैकड़ों की भीड़ द्वारा रात के अंधेरे में जूना अखाड़ा के दो संतो की नृशंष हत्या की घोर निंदा की है।

मिशन 100 के संस्थापक द्वारा राज्य सरकार व प्रधानमंत्री से इसकी सीबीआई द्वारा निष्पक्ष जांच की भी मांग करते हुए दोषी भीड़ को मृत्युदंड की सज़ा दी जाए और साथ ही प्रत्यक्षदर्शी पुलिसकर्मियों को भी कड़ी से कड़ी सजा दे ताकी ऐसा कृत्य दोबारा न हो ।

मानवेन्द्र आज़ाद ने कहा कि देश कोरोना जैसी महामारी से ग्रस्त है और लॉक डाउन के चलते लोग अपने घरों में कैद है ऐसे में पालघर महाराष्ट्र में सैकड़ों की संख्या में पुलिस की मौजूदगी में भीड़ सड़कों पर लाठी- डंडों से लैश होकर आ जाती है । पुलिस मूकदर्शक बनी रहती और साधुओं की निर्मम हत्या कर दी जाती है कहीं न कही इसके पीछे किसी साजिश की बू आती है ।

जूना अखाड़ा अपने संतो की निर्मम हत्या से जबरदस्त आक्रोश में है ।16 अप्रैल को हुए पंच दशनाम जूना अखाड़ा के दो साधुओं की निर्मम हत्या की जांच कराने को अखाड़ों के साधु संत 3 मई को लॉक डाउन खत्म होने के बाद महाराष्ट्र की ओर कूच करेंगे ।

प्रधानमंत्री गृहमंत्री और महाराष्ट्र ,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम गिरि महाराज ने मांग की है कि महाराष्ट्र पालघर में 16 अप्रैल को जूना अखाड़े के 70 वर्षीय स्वामी कल्पगिरी और 35 वर्षीय सुशील गिरी की पीट-पीटकर भीड़ ने हत्या कर डाली । जिसमें कार चालक की मृत्यु हो गई अंतिम संस्कार में शामिल होने गुजरात जा रहे थे जहां पालघर जिले के कासा थाना क्षेत्र में कार खराब होने के बाद पुलिस की मौजूदगी में भीड़ ने साधुओं को रात्रि में पीट-पीटकर हत्या कर दी ।

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