रायगढ़ में बारिश से तबाही; भूस्खलन में दफन हो गईं ४४ जिंदगियां, रेस्क्यू जारी

 रायगढ़ में बारिश से तबाही; भूस्खलन में दफन हो गईं ४४ जिंदगियां, रेस्क्यू जारी

मुंबई। महाराष्ट्र के कई जिलों में लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हैं। कई नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बारिश और बाढ़ के चलते कोंकण क्षेत्र के रायगढ़ और रत्नागिरी जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। रायगढ़ में हुए तीन भूस्खलन में अब तक ४४ लोगों की मौत हो चुकी है। रेस्क्यू के लिए स्थानीय प्रशासन के अलावा एनडीआरएफ और नौसेना की टीमें भी तैनात कर दी गई है। बाढ़ के चलते कई रूटों पर रेल सेवा भी निरस्त कर दी गई है। पुणे स्थित 12 ज्योतिर्लिगों में से एक भीमाशंकर के गर्भगृह तक पानी घुस गया है। मुंबई के गोवंडी इलाके में इमारत ढहने से 3 लोगों की मौत हो गई है जबकि 7 लोग घायल बताए जा रहे हैं। बाढ़ में फंसे लोगों के रेस्क्यू में प्रशासन की मदद के लिए वेस्टर्न नेवल कमांड मुंबई ने फूड रेस्क्यू टीम और हेलिकॉप्टर भेजे हैं। सात नौसैनिक रेस्क्यू टीमें सड़क मार्ग से रत्नागिरी और रायगढ़ जिले में भेजी गई हैं। भारतीय नौसेना ने प्रभावित इलाकों की एरियल सर्वे के दौरान तस्वीर ली है जिसमें अधिकतर इलाका पूरी तरह जलमग्न दिख रहा है। उधर, सतारा जिले स्थित कोयना नदी में बाढ़ आने के चलते आसपास के इलाकों में पानी घुस गया। कई इलाकों का संपर्क टूट गया है। रायगढ़ मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दुख जताया है। उन्होंने महाराष्ट्र के सीएम उद्वव ठाकरे से फोन कर घटना की जानकारी ली।

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